INFORMATIONTECHNOLOGY

हिंदी भाषा का AI Models लॉन्च,टैक दिग्गज एनवीडिया भारत में एआई (AI) क्रांति लाएगी

22views

एप्पल के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी और टैक दिग्गज एनवीडिया भारत में एआई (AI) क्रांति लाने वाली है। खास बात यह है कि यह एआई क्रांति अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी होगी। भारत दौरे पर आए एनवीडिया के चमत्कारिक प्रमुख जेंसन हुआंग ने गुरुवार को कंपनी का हिंदी भाषा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मॉडल पेश किया। इस कदम से एनवीडिया भारत में अपनी एआई तकनीक का विस्तार करने और हिंदी भाषा में इसके उपयोग को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। एनवीडिया ने ‘नेमोट्रॉन-4-मिनी-हिंदी-4बी’ नामक एआइ लैंग्वेज मॉडल लॉन्च किया है, जिसमें 4 अरब पैरामीटर हैं। इसका उपयोग कंपनियां अपने एआई मॉडल विकसित करने में कर सकती हैं। मॉडल को हिंदी और अंग्रेजी डाटा से प्रशिक्षित किया गया है।

भारत आईटी उद्योग का चहेता, रिलायंस से मिलकर करेंगे काम

मुंबई में एनवीडिया एआई समिट 2024 में हुआंग ने कहा कि भारत दुनिया के कंप्यूटर उद्योग के लिए बहुत प्रिय है, आईटी उद्योग की धुरी है, दुनिया की लगभग हर एक कंपनी के आईटी के केंद्र और मूल में है।’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वे विश्व के पहले राष्ट्रीय नेता थे जिन्होंने छह साल पहले उनसे एआई पर अपनी कैबिनेट को संबोधित करने का आग्रह किया। हुआंग ने कहा है कि देश में इस वर्ष कंप्यूटर क्षमताओं में 20 गुना वृद्धि होने की संभावना है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि एनवीडिया भारत में एआई बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) के साथ साझेदारी कर रही है। हुआंग ने कहा कि सॉफ्टवेयर निर्यात का केंद्र भारत भविष्य में एआई का निर्यात करेगा।

एआई नहीं छीनेगी नौकरियां

प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बढ़ती आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़ी आशंकाओं पर हुआंग ने जोर देकर कहा कि एआई नौकरी नहीं छीनेगी। लेकिन जो व्यक्ति किसी काम को बेहतर ढंग से करने के लिए एआई का उपयोग करता है, वह नौकरी झपटने जैसा जरूर हो जाएगा।

छोटी कंपनियों के लिए फायदेमंद

भारत में केवल 10 प्रतिशत लोग अंग्रेजी बोलते हैं, इसलिए कंपनियां हिंदी और अन्य भाषाओं में एआई मॉडल बना रही हैं। स्मॉल लैंग्वेज मॉडल, लार्ज मॉडलों से अलग, छोटे और खास डाटासेट पर प्रशिक्षित होते हैं। ये सस्ते भी होते हैं, जिससे वे छोटी कंपनियों के लिए फायदेमंद हैं। टेक महिंद्रा ने इस मॉडल का उपयोग कर ‘इंडस 2.0’ एआइ मॉडल विकसित किया, जो हिंदी और उसकी बोलियों पर केंद्रित है।